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Last Updated : शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024 (23:46 IST)

कम वोटिंग ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन, मेरठ में अरुण गोविल बन न जाएं विलेन

कम वोटिंग ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन, मेरठ में अरुण गोविल बन न जाएं विलेन - Low voting increases BJP tension, Arun Govil reputation at stake in Meerut
Meerut Lok Sabha seat: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीट पर आज मतदान हुआ है। इन सीटों पर 1202 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। वहीं, केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। आज वायनाड में भी चुनाव सम्पन्न हुआ है।
 
कम वोटिंग ने बढ़ाई टेंशन : दूसरे चरण की मतदान में कम वोटिंग ने भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है। जहां बीजेपी के माथे पर सलवटें नजर आ रही हैं, दूसरी तरफ गठबंधन मुस्कुरा रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में साइकिल तेज रफ्तार से दौड़ रही है, भाजपा के हाथ से उसकी सीटें निकलती नजर आ रही हैं।
यदि हम बात करें मेरठ सीट की तो यहां से भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल 3 बार जीतकर हैट्रिक लगा चुके हैं, इस बार उनका टिकट काटकर रामायण सीरियल के राम यानी अरुण गोविल को उम्मीदवार बनाया गया। राम मंदिर के बाद मेरठ में राम की छवि को सामने रखकर वोट मांगे गए। लेकिन, रामायण सीरियल के राम की सीट फंसती नजर नही आ रही है, जिसके चलते हो सकता है वह भाजपा के विलेन बन जाएं। 
 
मेरठ की यह हॉट सीट भाजपा की नाक का सवाल है। इस सीट पर राम को जीत हासिल कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनसभा की तो वहीं सूबे के मुखिया योगी जी को 4 बार मेरठ आना पड़ा। मुख्यमंत्री से लेकर रामायण की सीता और लक्ष्मण भी रोड शो करके अरुण गोविल की जीत के लिए जनता का आशीर्वाद मांगने आए। जनता ने खूब पुष्प वर्षा की, लेकिन मेरठ का  वोटिंग 58.70 प्रतिशत देखकर यह कहा जा सकता है कि किरदारों का ग्लैमर भी अरुण के पक्ष में पूर्ण बहुमत नहीं जुटा सका, जिसके चलते उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है।
सपा उम्मीदवार का जोर : मेरठ की सपा प्रत्याशी सुनीता वर्मा दलित बिरादरी से आती हैं और उनके साथ मुस्लिम समाज जुड़ने के कारण विजय का मार्ग प्रशस्त होता नजर आ रहा है। अभी तक जो तस्वीर निकल कर सामने आ रही है उसमें समाजवादी पार्टी और भाजपा में कांटे की टक्कर है। वैसे तो बहन मायावती ने भी मेरठ में रैली करके दलित और मुस्लिम को रिझाने का भरपूर प्रयास किया है। ये बात तो स्पष्ट नजर आ रही है कि बसपा के हाथी के चलते सपा-भाजपा में आमने सामने की टक्कर है। बसपा का हाथी दलित क्षेत्र में चिंघाड़ा जरूर, लेकिन जीत की तरफ बढ़ नहीं पाया। 
 
क्या हैं चुनाव के प्रमुख मुद्दे : जीरो ग्राउंड रिपोर्ट पर जब लोगों से पूछा कि वोट किस मुद्दे पर हो रहा है, तो जबाव मिला कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। पढ़- लिखकर प्रोफेशनल डिग्री लेकर युवा बेरोजगार है, यह सब देकर वोट की चोट कर रहें है। वहीं, मतदाताओं ने यह भी कहा कि मोदी जी ने 15 लाख खाते में देने की बात कही थी, आजतक मिला नहीं, 15 लाख जैसे जुमले ध्यान में रखकर मतदान किया जा रहा है। देश के विकास को आधार मानकर वोट हो यही है, अपराध मुक्त भारत को भी ध्यान में रखा जा रहा है।
दूसरे चरण में कम वोटिंग : दूसरे चरण में यूपी की 8 सीटों पर मतदान का प्रतिशत बहुत कम सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक यूपी की 8 सीटों पर कुल 54.83 प्रतिशत मतदान हुआ। जो भाजपा की 400 पार की उम्मीदों पर पानी फेरता नजर आ रहा है। सबसे अधिक मतदान अमरोहा में 64.02 %, अलीगढ़ 56.62%, बागपत 55.97%, बुलंदशहर में 55.79%, गौतमबुद्ध नगर 53.06%, गाजियाबाद 49.65% मथुरा 49.29% और मेरठ में 58.70 प्रतिशत मतदान रहा है।
 
भाजपा दूसरे चरण के मतदान को लेकर टेंशन में आ गई है। हो सकता है कि आगामी तीसरे चरण में वह कोई ब्रह्मास्त्र निकालकर मतदाताओं को अपने पक्ष में वोटिंग करने के लिए बूथ पा ला सके।
Edited by: vrijendra singh jhala
 
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