• Webdunia Deals
  1. चुनाव 2024
  2. लोकसभा चुनाव 2024
  3. लोकसभा चुनाव समाचार
  4. bjp cuts Jamyang Tsering Namgyal loksabha ticket
Last Updated : मंगलवार, 23 अप्रैल 2024 (17:37 IST)

जिसकी स्पीच सुनकर प्रभावित हो गए थे PM मोदी, BJP ने क्‍यों काट दिया उनका ही टिकट

लद्दाख का चर्चित चेहरा ताशी ग्यालसन होंगे भाजपा प्रत्‍याशी

जिसकी स्पीच सुनकर प्रभावित हो गए थे PM मोदी, BJP ने क्‍यों काट दिया उनका ही टिकट - bjp cuts Jamyang Tsering Namgyal loksabha ticket
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लद्दाख के मौजूदा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल का टिकट काट दिया है। केंद्रशासित प्रदेश की एकमात्र लोकसभा की इस सीट से ताशी ग्यालसन को अपना प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है।

बता दें कि ग्यालसन मौजूदा समय में लेह स्थित लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के अध्यक्ष सह प्रमुख कार्यकारी पार्षद हैं। नामग्याल के टिकट कटने की खबर ने सबको चौंका दिया है, क्योंकि वे भाजपा के स्टार सांसदों में से एक माने जाते हैं।

पीएम और गृहमंत्री हुए थे प्रभावित : बता दें कि साल 2019 में नामग्याल संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने के नरेन्द्र मोदी सरकार के फैसले का बचाव करने के लिए लोकसभा में दिए अपने भाषण के बाद सुर्खियों में आए थे। यहां तक कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उनकी स्पीच से प्रभावित हुए थे।

बता दें कि नामग्याल को हटाने का भाजपा का फैसला लेह में बौद्धों के एक वर्ग के बीच सत्तारूढ़ दल के प्रति नाराजगी के बीच आया है। वहीं ग्यालसन पेशे से एक वकील हैं। ग्यालसन इस सीट पर भाजपा की पकड़ बनाए रखने के लिए बेहतर स्थिति में हैं। बता दें कि लद्दाख सीट पर 20 मई को मतदान होगा।

कौन हैं ताशी ग्यालसन : ताशी ग्यालसन भाजपा से लंबे समय से जुडे हैं, हालांकि वह पहली बार लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे हैं। वर्तमान में उनके पास कैबिनेट मंत्री का दर्जा है औ वह हिल डेवलपमेंट काउंसिलग के कार्यकारी पार्षद है। इसके अलावा ताशी पेशे से वकील भी हैं। यहां उनका मुकाबला इंडिया अलायंस के उम्मीदवार नवांग रिगजिन जोरा से हैं, जो कांग्रेस पार्टी से हैं।

चर्चित चेहरा हैं ताशी ग्यालसन : ताशी ग्यालसन लद्दाख का चर्चित चेहरा हैं, वह लगातार सामाजिक और धार्मिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं। हाल ही में वह सबसे ज्यादा चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने थाईलैंड से भगवान बुद्ध और उनके दो शिष्यों के अवशेष लेकर लौटे दल को लीड किया था। यह अवशेष भारत से ही साझा विरासत अभियान के तहत थाईलैंड गए थे। वहां उन्हें प्रदर्शनी में रखा गया था। इसके बाद वायुसेना के विशेष विमान से इन्हें भारत वापस लाया गया था।
Edited by: Navin Rangiyal
ये भी पढ़ें
राजनाथ ने कांग्रेस पर लगाया देश के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने को नष्ट करने का आरोप